शायद ही ऐसा कोई भारतीय होगा जो धनिये के नाम से परिचित ना हो ,हम सब लोग ही सब्जी और चटनी में धनिये का उपयोग करते आये है धनिये के स्वाद से और इसकी महक से तो सब ही परिचित है ,आइये इसके गुणों पर भी एक नज़र डाल लेते है!
धनिये में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है !
फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, खनिज पदार्थ, जैसे- कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन, थियामीन, पोटोशियम और विटामिन सी भी पाया जाता हैं।
धनिये की चटनी का नियमित उपयोग हमारी आँखों
के लिए बहुत ही लाभदायक है !
धनिया भूख बढ़ता है ,तथा इससे पाचनशक्ति मजबूत होती है !
धनिए को एंटी डायबिटीक प्लांट भी कहा जाता है।
थाईराइड सम्बन्धी किसी भी तरह के रोग में दवाओं के साथ-२ रोजाना हरे धनिये की चटनी बिना नमक-मिर्च के लगातार चार महीने तक सेवन करे ,( रोजाना २ चम्मच चटनी अवश्य खाएं )
शोध बताते है की मधुमेह (शुगर) में भी धनिये के उपयोग से काफी आराम मिलता है !
रोजाना धनिये (हरा धनिया ) का उपयोग करने वालों में किडनी की समस्या ना के बराबर होती है !
पेशाब संबंधी दिक्क्त में धनियां अधिक यूज़ करें ,पेशाब खुल कर आएगा ,और बार बार पेशाब जाने की दिक्क्त भी दूर होगी !
धनिया के सूखे बीज को पानी में उबाल कर छान लें और ठंडा करें। इस पानी को पीने से कोलेस्ट्राल कम करने में मदद मिलती है।
( धनिये को आप अनेक तरह से इस्तेमाल कर सकते है ,चटनी बनाएं ,सब्जी दाल में ऊपर से डालेँ !धनिये का पराठा बनाये या आलू के पराठे में ही धनिया डालेँ ,धनिये को रायते में डालेँ ! हर चीज का स्वाद बड़ा देता है धनियां )
जिन लोगों को एसिडिटी ( तेज़ाब ) बनती हो वे धनिएं को धो कर सुख लें और चूर्ण बना लें ,एक हिस्सा धनियां ,दो हिस्से मिश्री दाल कर सम्भल कर रखें जब भी एसिडिटी लगे ये चूर्ण आधा चम्मच ले लें !
जिन लोगों को नकसीर छुट जाती हो उन्हें हरे धनिये का काफी ज्यादा उपयोग करना चाहिए !
मासिक धर्म अधिक आने पर धनिया बीज को पानी में उबाल कर ,छान कर ठंडा कर ले और सुबह शाम पीये !
उम्मीद है धनिये के इतने सारे गुण जानने के बाद आप सब नियमित रूप से धनिये का उपयोग करेगे......